नए-नए रईस हुए एक पाकिस्तानी साहब को, लोगों के ऊपर अपनी अमीरी का रौब झाड़ने का शौक चढ़ा ! एक रोज उनके घर मेहमान आने वाले थे, तो उन्होंने अपने नौकर को बुलाकर समझाया :--“ मेहमान के सामने मैं किसी भी चीज़ के लिए तुम्हे आवाज़ दूँ, तो तुम उसकी 2-3 किस्मों के नाम लेना, ताकि उस पर रौब पड़े, समझ गए ना !" नौकर :-- “ समझ गया हुजूर !” अगले रोज मेहमान आ गए ! साहब ने नौकर से कहा :-- “ मेहमानों के लिए शरबत लाओ !" नौकर :--“ हुज़ूर, कौनसा शरबत लेंगे, काजू का, केवड़े का या बादाम का !” नौकर की समझदारी पर साहब मन ही मन बहुत खुश होते हुए बोले :-- “ केवड़े का ले आओ !” फिर थोड़ी देर बाद ....... साहब :-- “ मेहमानों के लिए खाना लगवाओ !” नौकर :-- “ हज़ूर, कौनसा खाना खायेंगे ? इंडियन, पाकिस्तानी या चाइनीज ?” साहब :-- चाइनीज ले आओ ! खाने के बाद ......... साहब – “ पान ले आओ !" नौकर :-- " कौनसा पान हुज़ूर ? मगही, लाहौरी या बनारसी !” साहब :-- " बनारसी ले आओ !" फिर थोड़ी देर बाद साहब का शहर घूमने का प्रोग्राम बन गया ! साहब :-- “ हमारी गाड़ी निकलवाओ !” नौकर भादर :-- “ कौनसी गाड़ी हुज़ू...